
पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि सैनिकों व पुलिसवालों का कोई धर्म नहीं होता. इसी तरह जो लोग सत्ता में हैं उन्हें सिर्फ अपनी जिम्मेदारी निभाने पर ध्यान देना चाहिए. राम मंदिर का मुद्दा फिर से उठाते हुए उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना ने सवाल किया कि कब बनेगा मंदिर?
बुलंदशहर जिले में सोमवार को जंगल के पास गौ माता के अवशेष मिलने के बाद दक्षिणपंथी कार्यकर्ता भड़क उठे. सियाना में कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच हुई झड़प में एक पुलिस इंस्पेक्टर व 20 वर्षीय एक युवक की मौत हो गई.
हिंसा के विषय में बात करते हुए शिवसेना ने कहा, ‘योगी के शासन में दंगे हो रहे हैं. गौमांस को लेकर हुई हिंसा में एक पुलिसकर्मी की जान चली गई. सैनिकों व पुलिस का कोई धर्म नहीं होता है. इसी तरह जो लोग सत्ता में हैं उन्हें सिर्फ अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए.’
पार्टी ने तेलंगाना में बीजेपी की गवर्नमेंट बनने पर जनता की भावनाओं का ध्यान रखते हुए हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर करने के योगी के बयान की भी निंदा की. यूपी के CMने यह बयान बुधवार को दिया था. शिवसेना ने बोला कि आदित्यनाथ हैदराबाद का नाम बदलने की बात कर रहे हैं, लेकिन वह अपने राज्य के मूल मुद्दों को सुलझाने में असफल रहे हैं.
सामना ने अपने संपादकीय में सवाल किया है, ‘उनके समक्ष खड़ा प्रश्न इतिहास से जुड़ा है जबकि वह जवाब भूगोल से जुड़ा हुआ दे रहे हैं. प्रश्न यह नहीं है कि हैदराबाद कब भाग्यनगर बनेगा, बल्कि यह है कि राम मंदिर कब बनेगा.’